इन नेताओ से परेषान हूँ
रोज ये चर्चा करते कितना पैसा खर्चा करते है
मेरे बनने या बिगड़ जाने से क्या फर्क पड़ता है
जब इस देष का आदमी आज भी भूख से मरता है
लोकपाल तो लोकपाल है
आम आदमी भी हैरान है
क्या इसमें खास बात है
क्या ये हर मर्ज का इलाज है
पुदीन हरा है या झंडू बाम है
रामदेव से लेकर अन्ना तक परेषान है
सोनिया को लेकर सुशमा हैरान है
आखिर ये लोकत्रंत का कौन सा मजाक है
कि अनषन करने पर जूता लात
और घोटाले बाजो का पूरा सम्मान
अगर यही है भारत और यही स्वराज
तो लूटलो पूरा हिन्दुस्तान
जय सरकार जय सरकार
मै लोकपाल हूँ
नेताओ के लिए बवाल हूँ
जनता के लिए रामवाण हूँ
जल्द ही इन गददारो की खीचने वाला खाल हूँ
हकीकत में मेैं जन लोकपाल हूँ
मैं लोकपाल हूँ मै लोकपाल हूँ
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